*पुरुष नसबंदी अधिक सुरक्षित व सरल है:- सिविल सर्जन। हर खबर पर पैनी नजर।*

रमेश शंकर झा

समस्तीपुर:- मधुबनी जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर सभी जिले के जिला पदाधिकारी व सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि जिले में 23 नवंबर से 6 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इस वर्ष पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का थीम “परिवार नियोजन में पुरुषों की साझेदारी जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली” दिया गया है। पखवाड़ा दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण में मोबिलाइजेशन तथा दूसरे चरण में सर्विस डिलीवरी संपादित किया जाना है।

*कोविड-19 से बचाव के लिए जारी प्रोटोकॉल का होगा पालन:-*
जारी पत्र में यह निर्देश दिया गया है कि वर्तमान में देश कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। लाभार्थियों तक प्रजनन स्वास्थ्य संबंधित आवश्यकताओं को पूरा करना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। क्योंकि गर्भनिरोधक के उपयोग में गिरावट का अर्थ होगा कि देश को एक अतिरिक्त बिना आवश्यकता एवं अनचाहे गर्भ धारण का सामना करना। वर्तमान परिस्थिति में पुरुष नसबंदी अधिक महत्वपूर्ण है। इसलिए इस वर्ष 23 नवंबर से 6 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

*कंटेनमेंट जोन में नहीं चलेगा पखवाड़ा:-*
पुरुष नसबंदी पखवाड़े के दौरान कोविड-19 से बचाव के लिए जारी प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है। पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित करने से संबंधित गतिविधियों के संचालन के लिए दिशा निर्देश का पालन किया जाएगा। निर्देशों का पालन करते हुए पखवाड़ा आयोजित करना सुनिश्चित करेंगे। गतिविधियों को कंटेनमेंट जोन से बाहर के क्षेत्रों में किया जाएगा तथा कोविड-19 महामारी के दौरान सामाजिक दूरी मापदंडों एवं गृह मंत्रालय भारत सरकार के नवीनतम दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।

*योग्य दंपति को मिलेगा परिवार नियोजन की जानकारी:-*
पखवाड़ा के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले योग दंपती को गर्भनिरोधक के संबंध में परामर्श देते हुए इच्छित गर्भ निरोधक साधन अथवा सेवा इच्छा अनुसार उपलब्ध कराया जाएगा। पखवाड़े के दौरान आशा द्वारा कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियों के वितरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। लाभार्थी को बार-बार केंद्रों पर आने एवं बार-बार संपर्क से बचने के लिए कंडोम और गर्भनिरोधक गोली के अतिरिक्त पैकेट आपूर्ति की जा सकती है।

*अधिक सरल है पुरुष नसबंदी:-*
सिविल सर्जन डॉ० सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने बताया पुरुष नसबंदी मामूली शल्य प्रक्रिया है। यह महिला नसबंदी की अपेक्षा अधिक सुरक्षित और सरल है। इसके लिए न्यूनतम संसाधन, बुनियादी ढांचा और न्यूनतम देखभाल की आवश्यकता है। पुरुष नसबंदी को लेकर समाज में कई प्रकार का भ्रम फैला हुआ है। इस भ्रम को तोड़ना होगा छोटा परिवार सुखी परिवार की अवधारणा को साकार करने के लिए पुरुष को आगे बढ़कर जिम्मेदारी उठाने की जरूरत है।

*दो चरणों में पूरा होगा पखवाड़ा:-*
जिले में दो चरणों में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। 23 से 29 नवंबर तक मोबिलाइजेशन तथा 30 से 6 दिसंबर तक सेवा प्रदान किया जाएगा। मोबिलाइजेशन के दौरान आशा कार्यकर्ता वालंटियर योग दंपतियों को परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने के लिए जागरूक करेंगे तथा परिवार नियोजन कार्यक्रम के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। उसके बाद दूसरे चरण में इच्छुक दंपतियों को इच्छा अनुसार परिवार नियोजन की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी।

*कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन:-*
एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।

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