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समस्तीपुर:- जिले के मोहनपुर जीएमआरडी कॉलेज में कुछ उपद्रवी छात्रों द्वारा 12 नवंबर को चल रहे इंटरमीडिएट सेंट अप परीक्षा 2020 को तालाबंदी कर स्थगित करवा कर छात्र, छात्रा, शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों को जबरन प्रवेश नहीं करने दिया। वहीँ सैकड़ों परीक्षार्थियों को डरा धमका कर भगा दिया गया था। परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर दिनेश प्रसाद द्वारा दिए गए सूचना के आधार पर पटोरी थाना में 12 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई। प्राथमिकी में तीन छात्रों द्वारा तालाबंदी करने के कारण नामजद अभियुक्त बनाया गया है। स्थानीय प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रहने के कारण पटोरी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की है। विदित हो निर्वतमान छात्रसंघ के कुछ सदस्यों द्वारा लॉकडॉउन की अवधि में 25 अगस्त को इंटरमीडिएट के नामांकन के समय जबरन भूख हड़ताल कर कॉलेज प्रशासन पर मांगों को मनवाने का दबाव बनाया गया था। कॉलेज प्रशासन ने मांगों पर विचार कर निर्णय लेने का आश्वासन दिया था। समझौते के पश्चात शाम सात बजे बाहर निकलने के दौरान महाविद्यालय के एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी, उनके रिश्तेदार और अज्ञात लोगों द्वारा प्रधानाचार्य सहित चार लोगों पर कातिलाना हमला किया गया। प्रशासन और स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति के बावजूद प्रधानाचार्य पर हमला हुआ। मॉब लिंचिंग की तैयारी थी लेकिन संयोग से सभी बच गए। इस संदर्भ में मोहनपुर ओपी में केस नंबर 298/20 दर्ज है। अबतक नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं की गयी है। स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक कॉलेज में सुरक्षा, प्रधानाचार्य को बॉडी गार्ड एवं लाइसेंसी हथियार उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है। अब तक प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी।