मुख्यमंत्री ने अपील जिन्हें संक्रमण की थोड़ी भी आशंका हो वे तुरंत अपनी जांच कराएं। प्रो-एक्टिव होकर प्रशासन को सहयोग करें। किसी भी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखे तो उनके परिवार या उनके आस पास के लोग सूचित करें एवं उनकी जाॅच करायें। इससे परिवार गांव एवं पूरा समाज सुरक्षित रह सकेगा।
वन्दना झा
पटना:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों के साथ कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों के संबंध में उच्चस्तरीय समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कल से कई अन्य गतिविधियां अनुमान्य की गयी हैं। इसे देखते हुये ज्यादा से ज्यादा सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। भीड़-भाड़ वाले इलाकों, कार्यालयों एवं अन्य कार्यस्थलों में सेनिटाईजेशन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन किया जाय। लोग मास्क अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है। भारत सरकार द्वारा दिये गये दिशा निर्देश के अलोक में स्थानीय प्रशासन निगरानी रखे एवं लोग भी इसका अनुपालन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में बिहार से बाहर फंसे अधिकांश लोग वापस आ चुके हैं। क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे काफी लोग भी वापस अपने घर जा चुके हैं। सभी लोगों को सचेत एवं सजग रहने की आवश्यकता है। अतः कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक करते रहें। उन्होंने कहा कि माइकिंग के साथ-साथ अन्य प्रचार माध्यमों के जरिए लोगों को जागरूक करने के लिये सघन अभियान चलाते रहें।मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रोटोकॉल के अनुरुप आइसोलेशन वार्ड्स एवं बेड्स की संख्या बढ़ायें और सभी जरुरी चिकित्सकीय सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कोरोना संक्रमण जाॅच की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु पूर्व में निर्देश दिया गया था जिसके आलोक में अधिकांश जिलांे में टेस्टिंग की व्यवस्था की गयी है। शेष बचे जिलों में भी टेस्टिंग की व्यवस्था शीघ्र करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधित आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करें। सभी अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधा के विस्तार हेतु सभी आवश्यक उपकरणों एवं दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पल्स-पोलियो अभियान की तर्ज पर बाहर से आए सभी लोगों की डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करें। उसका नियमित फॉलोअप भी करते रहें। कोरोना संक्रमित अधिकांश लोगों में लक्षणों का पता नहीं चलता है। सभी की सतत निगरानी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों का विशेष रूप से ख्याल रखा जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन के कार्यों का लगातार अनुश्रवण करते रहें। श्रम प्रधान योजनाओं को प्राथमिकता में रखें। बिहार में रह रहे श्रमिकों के साथ-साथ बाहर से आए श्रमिकों के रोजगार सृजन हेतु अग्रेतर कार्रवाई सुनिश्चित करें। इसका अनुश्रवण भी करते रहें। उन्होंने कहा कि औद्योगिक प्रोत्साहन नीति-2016 में आवश्यकता अनुसार संशोधन हेतु प्रस्ताव दें, जिससे बिहार में उद्योग धंधे स्थापित करने वालों को मदद मिल सके और बड़ी संख्या में लोगों के लिये रोजगार सृजित हो। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुये, स्किल सर्वे के आंकड़ों के आधार पर नियोक्ता एवं इच्छुक श्रमिकों की आवश्यकता को मैच करते हुये रोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मॉनसून आगमन की संभावना को देखते हुए बाढ़ निरोधक कार्यों/सुरक्षात्मक कार्यों को तत्काल पूर्ण करें साथ ही संभावित बाढ़ की स्थिति से बचाव के लिए सभी जरुरी तैयारी रखें। उन्होंने कहा कि फरवरी, मार्च एवं अप्रैल माह में अतिवृष्टि/ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति से प्रभावित किसानों को दी जा रही .षि इनपुट सब्सिडी की राशि शेष बचे हुए किसानों के खाते में भी शीघ्र अंतरित करें।
मुख्यमंत्री ने अपील करते हुये लोगों से कहा कि जिन्हें संक्रमण की थोड़ी भी आशंका हो वे तुरंत अपनी जांच कराएं। प्रो-एक्टिव होकर प्रशासन को सहयोग करें। किसी भी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखे तो उनके परिवार या उनके आस पास के लोग सूचित करें एवं उनकी जाॅच करायें। इससे परिवार गांव एवं पूरा समाज सुरक्षित रह सकेगा।