वंदना झा
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- कोरोना वायरस महामारी के बीच ऐसी भी हैं जो राहत देने के साथ ही एकता का संदेश भी देती है। ऐसी ही सामाजिक सद्भाव से जुङे कार्यों के प्रति अदम्य जीजिविषा के साथ युवाओं की टोली जरूरतमंद लोगों के लिए दरियादिली दिखा रहे हैं। कोरोना के खतरे के बीच भी लोगों के हर सुख-दुख में साथ खड़े रहने वाले यूथ ब्रिगेड के संयोजक सह सामाजिक कार्यकर्ता पदमाकर सिंह लाला पर संक्रमण काल में जरूरतमंदों के मदद का जुनून सवार है।
लॉकडाउन के चलते आर्थिक रुप से कमजोर लोगों की परेशानी को देखते हुए मदद को महाअभियान शुरू किया वहीँ राहत सेवा के कार्यो में बहुमूल्य योगदान निभा रहे है। संकट की इस घड़ी में जरूरतमंदों को बीच खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध करा रहे है। इस विपदा की इस घड़ी में उनके हौसलें व सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों को लेकर कोरोना योद्धा के तौर पर सराहना हो रही है और वह भी अन्य सदस्यों के साथ कदम से कदम मिलाकर निःस्वार्थ सेवा कार्य में जुटे हुए है।
जिन्हें खुद कोरोना के मदद की जरूरत थी वह आज खुद कई लोगों के लिए मदद कर रहे हैं। इस दरम्यान फिजिकल डिस्टेंस का भी बखूबी पालन किया जा रहा है। यूथ ब्रिगेड से जुड़े लोग एक माह से जरूरतमंदों की सेवा में निःस्वार्थ पूर्वक लगे हुए हैं।
वहीँ लॉक डाउन के दौरान किसी को भोजन संकट का सामना ना करना पड़े इसके लिए संयोजक पदमाकर सिंह लाला की अगुवाई में दर्जनों कार्यकर्ता 30 दिनों से लगातार विद्यापतिनगर प्रखंड के मऊ धनेशपुर दक्षिण पंंचायत के विभिन्न गांवों, कस्बों में जाकर लगातार दो वक्त का भोजन स्वरूप राशन का पैकेट वितरित किया और यह सिलसिला निरंतर जारी भी है।
जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएं समाजसेवी पदमाकर सिंह लाला कहते हैं कि हमारा ध्येय है कि गरीबों, जरूरतमंदों, दिहाड़ी मजदूरों व निराश्रित परिवारों को भोजन मिल सके। जिससे इस महामारी की घड़ी में लोगों को भूखे पेट ना सोना पड़े। इस समय हमारा व्यक्तिगत प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सहायता मिल सके। नतीजतन एक दर्जन से अधिक लोग लॉकडॉउन की शुरूआती दौर से ही लोगों को राशन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए रात दिन लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के चंद दिनों बाद से ही मऊ धनेशपुर दक्षिण पंचायत के सभी जाति,
संप्रदाय व धर्म को मानने वाले जरूरतमंदों को चिन्हित कर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए न्यायाधीशों की उपस्थिति में भी राहत सामग्री का वितरण किया गया। इसी बीच मुस्लिम भाईयों के बरकत ए पाक माह रमजान की शुरुआत हो गई। इफ्तारी (शाम के वक्त रोजा खोलना) का भी इंतजाम जरूरत मंदों के बीच यूथ ब्रिगेड नामक सामाजिक संगठन कर रहा है। देश में जारी लॉकडाउन के बीच भी ऐसे लोगों की कमी नहीं जो धर्म-जाति भूलकर एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। वहीं खाने-पीने की चीजें मुहैया करा रहे हैं और मुश्किल वक्त में देश की एकजुटता को बरकरार रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।