रंजीत कुमार।
पटना: आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के अंतर्गत सुपौल इंजीनियरिंग कॉलेज, सीतामढ़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पूर्णिया इंजीनियरिंग कॉलेज, के बहिष्कृत तथा गया इंजीनियरिंग कॉलेज, बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गया के रद्द परीक्षा की तिथि घोषित करने, विश्वविद्यालय में पुनः मूल्यांकन नियम को लागू करने, परीक्षा केंद्र पर छात्राओं के लिए सुरक्षा मुहैया, आवगमन की सुगम व्यवस्था, सुरक्षित एवं सुगम परीक्षा केंद्र बनाये जाने की मांग को लेकर बापू जी के सत्य और अहिंसा के मार्ग पर तकनीकी छात्र संगठन के बैनर तले संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मो. गुलफराज़ के नेतृत्व में गर्दनीबाग में अनिश्चितकालीन आमरण सत्याग्रह 2.0 का शुरुवात किया।
संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मो. गुलफराज़ ने कहा कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के दमनकारी छात्र विरोधी नीतियों के वजह से बिहार के 3000 छात्रों का भविष्य अधर में है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन अभी तक सुध नहीं ले रही है. तकनीकी छात्र संगठन पिछले 3 फरवरी से लगातार चरणबद्ध आंदोलन कर रही है। इससे पहले भी छात्रों ने एकेयू परिसर में 10 फरवरी को सत्याग्रह का आयोजन किया था जिसमें एकेयू प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया था कि 13 फरवरी को विश्वविद्यालय प्रशासन निर्णय लेगी। लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया। जिसके वजह से छात्र मानसिक रूप से पीड़ित है।
संगठन के मीडिया प्रभारी आनंद जी ने कहा कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री जी का सपना है कि बिहार में ही रह कर छात्र इंजीनियर बने मगर इसी के विपरीत आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय 3000 बीटेक छात्रों का परीक्षा नहीं लेकर नीतीश जी के सपने पर बाधा उत्पन्न कर रही है। श्री आनंद जी ने कहा कि छात्रों की मांग जब तक पूरा नहीं हो जाती है तब तक अनिश्चितकालीन आमरण सत्याग्रह 2.0 जारी रहेगा।
आमरण सत्याग्रह 2.0 में नवीन, नीतीश, सरवन, राहुल, नीतीश, गुरुचरण, विक्की शामिल है इसके अलावा रमनदीप,सावन,मनीष,लक्की,नविन, संतोष,रामु सहित सैकड़ों छात्र सत्याग्रह में शामिल है।