बेगूसराय संवाददाता
बेगूसराय:- जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इस कपाने वाली कड़ाके की ठंड के बावजूद भी बेगूसराय में वामदलों के नेता और कार्यकर्ताओं के द्वारा एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून अधिनियम के विरोध में गुरुवार को सुबह 9:30 बजे से दोपहर के 1:30 बजे तक यानी चार घंटे तक एनएच 31 सड़क को जाम कर वामदलों के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए और प्रदर्शन किया।
वामदल के प्रदर्शनकारियों के द्वारा बस स्टैंड चौक, ट्रैफिक चौक ,सुभाष चौक ,सिंघौल चौक, जीरोमाइल चौक ,तेघड़ा, बछवाड़ा, मंसूरचक, साहेबपुर कमाल ,राजौड़ा,खोदावंदपुर, गढ़पुरा और बखड़ी चौक के पास सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया। इसके अलावे वामदल के प्रदर्शनकारियों ने बरौनी ,बछवाड़ा, और लखमीनिया रेलवे स्टेशनों पर पहुँचकर ट्रेनों को रोककर कुछ देर के लिए रेल सेवा को भी बाधित किया। बेगूसराय रेलवे स्टेशन को वामदलों ने रेल सेवा को बाधित नहीं किया ।इस धरना प्रदर्शन के पूर्व वामदलों के कार्यकर्ताओं ने अपने पार्टी कार्यालय से झंडा, बैनर के साथ निकलकर शहर विभिन्न मार्ग के रास्ते में जुलूस निकालकर सभी खुले हुए दुकानों को बंद कराया। इस बिहार बंद आंदोलन में महागठबंधन में शामिल आरजेडी पार्टी को छोड़कर रालोसपा, बीआईपी और हम ने आन्दोलन में शामिल हुआ। वामदलों के द्वारा बिहार बंद को लेकर काफी संख्या में जिला पुलिस बल के जवान भी जगह-जगह पर बेगूसराय में तैनात दिखे।
बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर भी बिहार बंद को लेकर रेल पुलिस ,आरपीएफ ने संयुक्त रूप से प्लेटफार्म पर सुरक्षा को लेकर गश्ती की। वामदलों के द्वारा बंद को लेकर जिले के किसी भी कोने से अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है ।वामदलों के द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से बंद किया गया। इस बंद के दौरान दवाई की दुकानें ,अस्पताल जाने वाले एंबुलेंस की गाड़ी और शव वाहन की गाड़ियों को प्रदर्शनकारियों ने बाधित नहीं किया।
मालूम हो कि वामदलों के द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 और एनआरसी के विरोध को लेकर बिहार बंद की घोषणा की गई थी ।भाकपा के राज्य परिषद सदस्य अनिल कुमार अंजान ने कहा कि आज ही के तारीख में अशफाक उल्ला खां, रौशन सिंह और पंडित राम प्रसाद बिस्मिल जो तीनों आजादी आंदोलन के नायक थे ।इन्हें आज ही के तारीख में फांसी दी गई थी। यह हमारी साझी शहादत और साझी विरासत से देश के लोगों को जोड़ने के उद्देश्य से आज ही के तारीख में इस आंदोलन के लिए समय तय किया गया था। इसके तहत ही राष्ट्र व्यापी प्रतिरोध दिवस और विहार वंद वाममोर्चा के द्वारा इस दिन को रखा गया था। उन्होंने कहा कि मोदी की सरकार को व्यापक बंद की अपील को देखते हुए सीएए को वापस ले लेना चाहिए ।इस बिहार बंद को लेकर सीपीआई के कार्यकर्ताओं में जिला सचिव सह पूर्व विधायक अवधेश राय ,राज्य परिषद सदस्य अनिल कुमार अंजान पूर्व विधान पार्षद उषा सहनी,जिला सचिव मंडल सदस्य राजेंद्र चौधरी, प्रह्लाद सिंह,अनिल सिह, कामरेड चंद्र प्रकाश नारायण सिंह ,चंद्रशेखर भगत, विष्णु देव सिंह , एआईएसएफ के छात्र नेता शंभू देवा प्रदेश के नेता अभिनव कुमार अकेला ,,माकपा के कार्यकर्ताओं में राज्य सचिव मंडल के सदस्य सह विधायक राजेंद्र सिंह, जिलामंत्री सुरेश यादव, कार्यकारी जिला सचिव सुरेश सिंह ,सीटू नेता अंजनी कुमार सिंह ,राम भजन सिंह ,भाकपा माले के जिला सचिव दिवाकर कुमार ,चंद्रदेव वर्मा तथा भाकपा नेता कमली महतो के नेतृत्व में एस एच 55 रजौड़ा चौक के निकट तथा सिंघौल चौक के पास सरपंच पति कॉमरेड इंद्रदेव कुमार के नेतृत्व में एन एच 31 सड़क को जाम किया गया ।इस प्रदर्शन में रालोसपा के जिलाध्यक्ष श्याम बिहारी वर्मा, पार्टी के प्रधान सचिव रविंद्र कुमार सिंह ,समेत हम पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं भी शामिल थे।