प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार की अध्यक्षता में आपदा से उत्पन्न स्थिति व कार्यों की समीक्षात्मक बैठक
समस्तीपुर:- मंत्री श्रवण कुमार ग्रामीण विकास विभाग बिहार सरकार सह प्रभारी मंत्री समस्तीपुर की अध्यक्षता में जिले में बाढ़ आपदा से उत्पन्न स्थिति एवं बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में की गई। इस बैठक में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर के द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया।
मुख्य बिंदु निम्नांकित है:
०१. वर्षापात, ०२. बाढ़ प्रमंडलों का विवरण, ०३. बाढ़ 2021 1st. फेज जुलाई- जिले के बाद पंचायत सीधे तौर पर प्रभावित हुए। 2nd फेज- 40 पंचायत सीधे तौर पर प्रभावित हुए। 3rd फेज-कुल 17 पंचायत प्रभावित हुए। ०४. बाढ़ का समेकित प्रभाव- 79 पंचायत प्राभावित हुए। ०५. नाव परिचालन -कुल 369 नाव (सरकारी/निजी/मोटर बोट) चलाए गए। ०६. राहत कार्य-कुल 171 समुदायिक किचन चलाए गए जिसमें 13 लाख 17 हजार 993 लोगों ने भोजन किया। ०७. अन्य राहत कार्य,
०८. शौचालय, चापाकल (पीएचईडी), ०९. क्षतिग्रस्त सड़को की मरम्मती (RWD), १०. मत्स्य क्षती, ११. जीआर अनुदान 56627 परिवारों को अब तक जीआर की राशि मिल चुका है। शेष बाढ़ से प्रभावित लोगों को जीआर की राशि शीघ्र हस्तांतरित कर दी जाएगी। १२. कृषि क्षति (फार्म 1,2,3), १३. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान, १४. मंत्री के पूर्व आदेशों के संबंध में अनुपालन प्रतिवेदन, १५. जिले में कोविड- 19 की अद्यतन स्थिति।
उपरोक्त सभी विषयों पर बिंदुवार प्रेजेंटेशन देखने के बाद सभी विधायकों द्वारा अपने क्षेत्र अंतर्गत होने वाले समस्याओं को रखा गया। मंत्री के द्वारा सभी विधायकों को सुनने के बाद सभी उपस्थित विधायकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि सभी सदस्यों ने अपना बहुमूल्य सुझाव दिया है। बाढ़ के पानी एवं वर्षा के पानी से भी लोग प्रभावित हुए है। जिले अंतर्गत वैसे स्लूइस गेट जो अनियंत्रित है एवं आवश्यकतानुसार नव निर्माण हेतु प्रतिवेदन तैयार करने का निर्देश दिया। मंत्री द्वारा जिला अधिकारी को निर्देश दिया गया कि शहर में जलजमाव की समस्या से निदान हेतु एक बैठक कर मास्टर प्लान तैयार कर उसका अनुपालन कराना सुनिश्चित करें।
*फसल क्षति*
मंत्री द्वारा बताया गया कि अगर बाढ़ से फसल क्षती, पशु की मृत्यु या जान माल का नुकसान हुई है, तो उसे नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। अस्पतालों में चिकित्सकों की उपस्थिति अनिवार्य है, अनुपस्थित पाए जाने पर जिला पदाधिकारी व सिविल सर्जन के द्वारा विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। मंत्री के द्वारा बताया गया कि पानी अभी निकला नहीं है इसीलिए सटीक फसल क्षति का अनुमान नहीं लगाया गया है, जल स्तर में कमी आने पर सही आकलन किया जाएगा।
कोविड (Covid-19) के संभावित तीसरे लहर से इनकार नहीं किया जा सकता, इसीलिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करने का निर्देश दिया। मंत्री द्वारा जिलाधिकारी को शहर में जलजमाव की स्थिति को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत लगाए गए मोटर पंपिंग सेट को सितंबर माह तक संस्थापित रहने देने का सुझाव दिया गया। मंत्री के द्वारा पुनः एक बार सभी विधायक गण एवं सभी पदाधिकारी गण को आभार प्रकट किया गया।
*जिलाधिकारी के निर्देश*
जिलाधिकारी शशांक शुभंकर द्वारा बाढ़ से प्रभावित सिंचित एवं असिंचित जमीन के निर्धारित दर पर भुगतान करने के संबंध में निर्देश दिया गया। फसल क्षति (गन्ना सहित) का सर्वे के अनुसार आकलन कर मुआवजा की राशि दी जाएगी। बाढ़ से प्रभावित मत्स्य पालको को हुई क्षति का सर्वे अनुसार विभागीय निर्धारित दर से मुआवजा की राशि दी जाएगी।
इस बैठक में पुलिस अधीक्षक मानव जीत सिंह ढिल्लो, मदन मोहन झा सदस्य बिहार विधान परिषद, अशोक कुमार मुन्ना सदस्य बिहार विधान सभा, वीरेंद्र कुमार सदस्य बिहार विधान सभा, अजय कुमार सदस्य बिहार विधान सभा, अख्तरुल इस्लाम शाहीन सदस्य बिहार विधान सभा, राजेश कुमार सिंह सदस्य बिहार विधान सभा, रणविजय साहू विधायक मोरवा, आलोक मेहता सदस्य बिहार विधान सभा,
संजय पासवान सदस्य बिहार विधान परिषद, प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन, कौशलेंद्र आप्त सचिव माननीय मंत्री ग्रामीण विकास विभाग बिहार पटना, अपर समाहर्ता समस्तीपुर, उप विकास आयुक्त, निदेशक लेखा प्रशासन एवं स्व नियोजन, अपर समाहर्ता लोक शिकायत निवारण, असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी समस्तीपुर, अनुमंडल पदाधिकारी समस्तीपुर सदर, दलसिंहसराय, रोसरा एवं पटोरी एवं जिला स्तरीय कार्यपालक अभियंता एवं अन्य आपदा प्रबंधन प्रशाखा के पदाधिकारी उपस्थित थे।