*जदयू किसी जाति विशेष की पार्टी नहीं है:- मुख्यमंत्री, हर खबर पर पैनी नजर।* इंडिया पब्लिक न्यूज..

रमेश शंकर झा,

पटना:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली से पटना लौटे। वह पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर०सी०पी० सिंह ने राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया। उन्होंने कहा कि 7 महीने पहले आर० सी० पी० सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। केंद्र में मंत्री बनने के बाद उनकी इच्छा थी कि उनकी जगह पर राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। पार्टी के सभी लोगों की यही इच्छा थी।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने एकमत से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी में किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है, पूरी पार्टी एकजुट है। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का इस पार्टी से काफी पुराना रिश्ता रहा है। जब से यह पार्टी बनी है तभी से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का इस पार्टी से रिश्ता रहा है। उन्होंने कहा कि श्री ललन सिंह का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का पार्टी का निर्णय अच्छा है।

वहीं उपेन्द्र कुशवाहा की नाराजगी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सभी लोगों ने श्री ललन सिंह को अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव का समर्थन किया है। उपेंद्र कुशवाहा ने भी अपने भाषण में इसका समर्थन किया। उपेंद्र कुशवाहा द्वारा मुख्यमंत्री को पी०एम० मैटेरियल बताने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों की इन सब चीजों में कोई दिलचस्पी नहीं है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से मुलाकात को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री चौटाला से हमलोगों का पुराना रिश्ता है। आज हमने उनसे मुलाकात कर उन्हें बधाई दी है। पहले हमलोगों की हमेशा मुलाकात होती रही है।

जातिगत जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि कल जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने भी प्रस्ताव पास कर जातिगत जनगणना कराने की मांग की है। हम इस बात को पहले से ही रखते रहे हैं। जातिगत जनगणना की मांग को बिहार विधानमंडल से दो बार सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार को भेजा गया है। विधानसभा और विधान परिषद में सभी पार्टियों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था। हमलोगों की इच्छा है कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मुलाकात में जातिगत जनगणना को लेकर जो बातें सामने आई है उसको लेकर हम प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे विपक्षी दलों की राय से हम सब लोग सहमत हैं। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि जदयू में सभी जाति और सभी धर्मों के लोग हैं जदयू किसी जाति विशेष की पार्टी नहीं है।

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