नोट नहीं देने पर रोक ली जाती है किसानों की गाड़ियां, किसान है परेशान।
बैंक कर्मी सिक्का लेने से करते हैं मना।
Dk
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समस्तीपुर:- जिले के खानपुर में एक ओर जहां किसान प्रकृति की मार झेल हीं रहा था लोग उससे निकल भी नहीं पाए थे कि अब उन्हें 5 से 10 रुपए के सिक्के किसी गुनाह से कम नहीं।यह सिक्का अब उनके लिए सरदर्द बनते जा रहा हैं। जिस सिक्के को पेट्रोल पंप के कर्मचारी लेने को तैयार नहीं हैं। जिसके वजह से आए दिन झगड़े हो रहे हैं, तो कहीं किसानों की गाड़ियों को रोक लिया जाता है। वहीं अधिकारी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। जिसकी वजह से आए दिन अच्छा खासा लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि सरकार द्वारा सिक्के नहीं लेने पर पांच हजार से लेकर 20 हजार तक जुर्माना एवं दो साल तक की सजा का प्रावधान है।
बता दें कि नोट बंदी के दौरान बैंकों ने स्टॉक में रखे पुराने सिक्के एवं नव निर्मित दस रुपए के सिक्के बाजार में चलन के लिए ग्राहकों को दिए थे। जो कई साल से सिक्के आसानी से बाजार में चल भी रहे थे। लेकिन अब इन्हें चलाना लोगों के लिए समस्या बन गई है। जहां खानपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत इलमासनगर चिमनी चौक स्थित एचपी का हमारा पंप, जिसे खासकर कहें तो किसानों के लिए खोला गया था, जिसपर किसानों का सलोगन, किसान विकास केन्द्र नाम दिया गया है।
जहां आज पेट्रोल पंप संचालक नोजलमैंन किसानों द्वारा दिए गए 5 और 10 के सिक्के नहीं ले रहे हैं। वहीं ग्राहकों से लड़ने तक के लिए तैयार हो जाते हैं और उनकी गाड़ियों को रोक ली जाती है। पंप पर तेल लेने गए किसान अजीजुर रहमान ने बताया कि मै अपनी ट्रैक्टर में तेल लेकर पांच और दस के सिक्के नोजलमेन को दिए तो उन्होंने पैसा लेने से साफ इंकार कर दिया। जब मैंने बोला कि नोट नहीं है तो मेरे ट्रैक्टर को रोक ली गई।
उन्होंने बताया कि बार-बार सभी के साथ ऎसाही किया जाता है और पेट्रोल व डीजल भी कम नापा जाता है। जिससे तेल लेने वाले को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है आखिर जिस पेट्रोल पम्प पर किसान विकास केन्द्र लिखा हो और वहीं किसानों के साथ अन्याय हो तो प्रशासन के द्वारा कड़ी करवाई करते हुए येसे पेट्रोल पम्प को सील कर देना चाहिए। जब नोजलमेन अजय कुमार से सिक्का नहीं लेने की जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि बैंक हमसे सिक्के नहीं ले रहा है तो में क्यू लूं। उसने बताया कि हमारे मुनीम ने 10 के सिक्के लेने से मना कर दिया है। इसलिए किसी भी ग्राहक से सिक्के नहीं ले रहे हैं। हमसे भी बैंक सिक्के जमा नहीं करती है। इसलिए हम भी ग्राहकों से सिक्के नहीं लेते। जब इसकी जानकारी स्थानीय पूर्व मुखिया राजगीर महतो को दी गई तो तत्काल पेट्रोल पम्प पर पहुंच कर किसानों की समस्या को सुनते हुए सिक्का लेने को कहा। वहीं उन्होंने बताया कि इस पेट्रोल पम्प का नाम, हमारा पम्प के साथ साथ किसान विकाश केंद्र दिया गया, लेकिन किसान के साथ हीं छलावा हो रहा है। जहां ना तो किसान के लिए कोई खास व्यवस्था है और नाही सरकारी निर्देशानुसार कोई सुविधा, उन्होंने बताया कि सरकारी निर्देशानुसार पेट्रोल पम्प ग्राउंड में हवा देने की व्यवस्था, शुध पेयजल की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था किया जाना था लेकिन ये पेट्रोल पम्प सभी शुरू से ही इन सभी सुविधाओं से परे सुविधा विभिन्न केंद्र बना हुआ है। उन्होंने प्रशासन से मांग किया है कि पेट्रोल पंप पर दिया जा रहा पेट्रोल, डीजल की गुणवत्ता, नोजल मशीन, तेल की वजन एवं पेट्रोल पंप पर होने वाली हर सुविधाओं की जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।