*कोरोना शोध के लिए अपना शरीर को दान करने की इच्छा जताई है त्रिपुरारी झा। हर खबर पर पैनी नजर।*

वंदना झा
समस्तीपुर बिहार।

समस्तीपुर:- जिले के खानपुर प्रखंड क्षेत्र के नत्थूद्वार गांव निवासी, स्वर्गीय चंद्र भूषण झा के छोटे पुत्र व स्वामी विवेकानंद युवा क्लब के सचिव व पर्यावरण प्रेमी त्रिपुरारी झा ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस शोध के लिए अपने शरीर को दान करने की इच्छा जताई है प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर। वहीँ पत्र के माध्यम से त्रिपुरारी झा ने कहा कि कोरोना वायरस दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इस जानलेवा कोरोना वायरस की अभी तक कोई दवा या वैक्सीन नहीं बन पाया है।

कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश लॉकडाउन में है। करोड़ों लोग अपने घरों में कैद रहने के लिए मजबूर हैं। लोग यह उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए दवा या वैक्सीन तैयार हो सके, ताकि लोग फिर से एक साधारण जिंदगी में लौट सके। वहीँ त्रिपुरारी झा ने कहां की मैं अपना शरीर कोरोना शोध केलिए दान कर अपने आप को भाग्यशाली इंसान समझूंगा, मेरे दान किए हुए शरीर पर वैज्ञानिक कोरोना वायरस पर शोध कर के दवा या वैक्सीन जल्द तैयार कर सकेंगे, ताकि लोगों को कोरोना वायरस का समुचित इलाज हो सके एवं संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा सके।

नर सेवा, नारायण सेवा है, तन समर्पित मन समर्पित, है ये जीवन समर्पित इस भारत मां के लिए, काश मेरे जिंदगी में सरहर की कोई शाम आए,काश मेरी जिंदगी मेरे वतन के काम आए, न रबाब है मौत की, न आरजू है जन्नत की, मगर कभी जिक्र हो शहीदों का तो काश मेरा भी नाम आए। मेरा एक ही तमन्ना है कि मैं मरू तो इस वतन के लिए और जियु तो इस वतन के लिए। वहीँ त्रिपुरारी झा एक निम्न वर्गीय परिवार से आते हैं पर्यावरण के क्षेत्र में एवं सामाजिक क्षेत्र में अग्रसर भूमिका रहता है। उनके कार्यों को देख लोग इनके कायल हैं, राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार पा चुके हैं। त्रिपुरारी झा ने बताया कि समाजिक कार्यों का प्रेरणा अपने पिता के द्वारा मिला है।

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