*कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्‍याचार की सच्‍ची कहानी है ‘श्रीनगर’ :-सनोज मिश्रा। हर खबर पर पैनी नजर।*

अनूप नारायण सिंह।

पटना:- जम्‍मू कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटने के बाद भारतीय फिल्‍म मेकर्स की रूचि यहां के ज्‍वलंत मुद्दे को पर्दे पर उतारने में बढ़ी है। यही वजह है कि जहां एक तरफ फिल्‍म ‘शिकारा’ को लेकर कश्मीरी हिन्दुओं मे रोष फैला हुआ है, वहीं, अब ज्वलंत मुद्दे को बेबाकी से फिल्‍म बनाने वाले लेखक – निर्देशक सोनज मिश्रा की फिल्म ‘श्रीनगर’ का भी ट्रेलर जारी कर दिया गया है। ट्रेलर में कश्‍मीरी पंडितों पर एक खास धर्म की आड़ लेकर हुए अत्‍याचारों को दिखाया गया है, जिसको लेकर सनोज मिश्रा ने दावा किया है कि उनकी फिल्‍म सच्‍चाई की अभिव्‍यक्ति है।


सनोज मिश्रा ने कहा कि कश्‍मीरी हिंदुओं पर हुए अत्‍याचार का यह जीवंत करने वाली है फिल्‍म ‘श्रीनगर’। इस फिल्‍म से किसी को कोई दिक्‍कत नहीं होनी चाहिए। हमने फिल्‍म में फैक्‍ट रखे हैं, जिसमें पाकिस्‍तानियों ने इस्‍लाम की आड़ में कश्‍मीर से हिंदुओं को बर्बर तरीके से बाहर निकलने को मजबूर किया। फिल्‍म की कहानी 1990 से लेकर आज तक की है। फिल्‍म वहां से जान बचा कर भाग कर आये हिंदुओं की दास्‍तां श्रीनगर से बनारस तक है। आखिर वे किस हाल में कैसे हैं। इसकी किसी को पता नहीं। यही वजह है कि हमने इसे फिल्‍म के माध्‍यम से लोगों को बताने की कोशिश की है। उन्‍होंने कहा कि फिल्‍म में विवाद जैसी कोई बात नहीं है।

फिल्‍म श्रीनगर फीमेल ओरियेंटेड फिल्‍म है। इसमें श्रावणी सहाय, गोविंद नामदेव, जाकिर हुसैन, ओमकार दास नत्‍था, राजवीर सिंह, आदित्‍य रॉय, उजमा अहमद और विकास चौधरी मुख्‍य भूमिका में हैं। फिल्‍म को वसीम रिजवी के साथ रवि सुधा चौधरी, संजय धीमन और दीपक पंडित ने प्रोड्यूस किया है। म्‍यूजिक फैसल अली, लिरिक्‍स सनोज मिश्रा व अहमद, डीओपी सत्‍यपाल सिंह, पीआरओ संजय भूषण पटियाला और एक्‍शन यामीन खान का है।

आपको बता दें कि सनोज मिश्र की पिछली फिल्म ‘राम की जन्मभूमि’ थी, जो पूरे देश में चर्चा का विषय बनी थी। इस फिल्‍म में पहली बार खुलकर इस्लामिक कट्टरवाद और हलाला जैसे विषय को बहुत ही निर्भीकता से दिखाया था, ज़िस वजह से वो कट्टरपंथी समुदाय के निशाने पर आ गए थे। उनपर देश भर मे कई मुकदमे दर्ज हुए और उनके घर पर सैकडों लोगों ने हमला कर ज़लाने की कोशिश की।

‘श्रीनगर, फिल्म ‘राम की जन्मभूमि’ से पहले ही वो बना रहे थे, लेकिन कट्टरपंथियों की धमकियों की वजह से इस फिल्म मे पैसा लगाने वाले हट जाते थे और फिल्म रुक जाती थी। सनोज मिश्र काफी मशक्‍कत के बाद फिल्‍म बना कर तैयार कर ली और अब यह‍ फिल्‍म मार्च में देशभर के सिनेमाघरों में होगी। कश्मीरी त्रासदी और कश्मीर का दर्द दुनिया तक पहुचाना आसान काम नहीं था। विषम परिस्थितियों मे आतंक प्रभावित क्षेत्र अनंतनाग, कुपवाडा, श्रीनगर, बांदीपुरा में बिना किसी सुरक्षा के होशियारी से जान हथेली पर रखकर फिल्म शूट हुई है।

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