चांदन डैम पूरी तरह सजधज कर तैयार ।
संजीव मिश्रा,
भागलपुर:- जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम को धार देने के लिए यात्रा पर निकले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बांका के चांदन डेम पहुंच रहे हैं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, सीएम बिहार सरकार के द्वारा चलाये जा रहे जल-जीवन-हरियाली के कार्यों का जायजा लेंगें,प्रगति देखेंगे और जरूरी मार्गदर्शन भी देंगे।बांका जिले के बौंसी अंतर्गत खूबसूरत वादियों के साए में चांदन डैम में पर्यटन एवं सिचाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कई योजनाओं की रूप रेखा तैयार करने घोषणा करेंगे।मिली जानकारी अनुसार,सीएम चांदन जलाशय के पुनर्स्थापना कार्य का उद्घाटन करेंगे।57 करोड़ की लागत से यह योजना सिंचाई विभाग द्वारा कराई गई है जिसे मुख्यमंत्री जनता को सौपेंगे।
इस योजना के तहत सिंचाई विभाग के निरीक्षण भवन,सुखिनिया,डकाय वियर के अलावे अन्य नहरीय परियोजनाएं शामिल हैं।
ज्ञात हो कि,पिछले साल 19 जून को मुख्यमंत्री यहां आए थे तो डैम से गाद निकलवाले की चर्चा किए थे।फिर हाल में जल संसाधन मंत्री भी दौरा कर गए है।उन्होंने भी गाद समस्या पर अपनी बात रखी थी।ऐसे में उम्मीद है कि, मुख्यमंत्री यहाँ पर गाद समस्या पर कोई बड़ी घोषणा करेंगे।इसके साथ ही कई और सौगात जिले वासियो को दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जिला प्रशासन की ओर से महीने भर से हर एक जगहों को खूबसूरत और आकर्षक ढंग से सजाया व संवारा गया है।एक भी ऐसा कोना नहीं बचा जहां सौंदर्यीकरण नहीं किया गया।निरीक्षण भवन की सारी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं।प्रदर्शनी स्थल पर उन्नयन, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग के अतिरिक्त जल-जीवन-हरियाली के कई काउंटर लगाएं गये हैं।
जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किये गये हैं। मुख्यमंत्री के सुरक्षा में जिला पुलिस बल के अलावे सीआईटी एवं सीआरपीएफ के जवानों को भी लगाया गया हैं।सुरक्षा को लेकर पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया है।चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती हैं।वहीं,खुपिया विभाग की हर एक चीज पर पैनी नज़र हैं।सुरक्षा व व्यवस्था को अमलीजामा पहनाने के लिए जिला प्रशासन ने काफी पसीना बहाएं हैं।मंगलवार को जहां डीआईजी सुजीत कुमार ने डीएम कुंदन कुमार,एसपी अरविंद कुमार गुप्ता के साथ अंतिम तैयारी का जायजा लिया वहीं,बुधवार के दिन डीएम कुंदन कुमार,एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने अपने अन्य अधिकारियों व कर्मियों के साथ हरेक चीजों का अवलोकन किया, कई दिशा-निर्देश दिये और तैयारियों को अंतिम रूप दिलवाते रहें।