राजकुमार राय
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- जिले के मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय से सटे रेल अधिकारी क्लब में बीती रात शादी समारोह में हथियार से हुई फायरिंग में दरवाजा लगने के समय बारात पक्ष के फोटोग्राफर को गोली लगने से हुई मौत, और खुशी का माहौल गम में तब्दील हो गया। चिंता की बात यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कड़े आदेश और निर्देश के बावजूद नगर थाना, आरक्षी उपाधीक्षक के निवास से लगभग 900 मीटर की दूरी पर इतनी बड़ी घटना कैसे घटी और हथियार का प्रयोग किसके आदेश और निर्देश से हुई।
वहीं रेल अधिकारी क्लब में भाड़े पर शादी समारोह के लिए रामबाबू झा जो रेल कर्मचारी हैं उन्होंने अपनी बेटी की शादी हेतु बुक कराया था। श्री झा की बेटी की शादी आदर्श नगर मुफस्सिल थाना निवासी अशोक झा के पुत्र से होना तय था। जब आदर्श नगर से बारात चली तो कुछ बराती शराब के नशे में धुत था।मृतक कि पहचान विजय कुमार के रूप में की गई है,जो बेगूसराय जिला के शोकहारा गांव निवासी बताए जाते हैं। फायरिंग के बाद मृतक युवक विजय कुमार को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर भेज दिया।
शादी समारोह में शराब कहां से आपूर्ति की गई और कौन-कौन हथियार से लैस थे। हथियार का प्रदर्शन नगर थाना और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में कैसे हुआ…? इसके लिए कौन कौन दोषी हैं…? रेल अधिकारी क्लब में शराबियों के आने की सूचना पहले से रेल प्रशासन को खुफिया एजेंसी क्या दिया था या नहीं…? किस अधिकारी के आदेश से अधिकारी क्लब दिया गया था। इन तमाम बिंदुओं पर गंभीरतापूर्वक पुलिस कप्तान को जांच करनी चाहिए, ताकि जिला को शराब माफियाओं और हथियार प्रदर्शन करने वाले पर रोक लगाई जा सके। सरकार के आदेशों और निर्देशों का पालन नियमानुसार किया जा सके। चर्चा यह भी है कि गत 1 सप्ताह में लगभग 1दर्जन से अधिक शादी समारोह में फायरिंग और शराबों का बाजार गरम देखा गया, कई पुलिस अधिकारी और जवान शराब के नशे में मस्त नजर आए थे, परंतु किसी जनप्रतिनिधि, अधिकारी का ध्यान इस हथियार प्रदर्शन करने वाले पर नहीं पड़ी। इसके पीछे कौन सी साजिश चल रही है। यह जाँच का विषय है।