टीबी मरीजों पर कोविड टीके का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं
मधुबनि:- कोविड-१९ के मामले काफी कम हो चुके हैं। ऐसे में क्षय रोग यानि ट्युबरक्लोसिस (टीबी) मरीजों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए टीकाकरण करवा लेना चाहिए। कोविड के टीके का टीबी मरीजों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होता है। यह जानकारी एसीएमओ डॉ० आर के सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि टीबी के सामान्य मरीज टीका लगवा सकते हैं, लेकिन टीबी के गंभीर लक्षणों वाले मरीज और मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट (एमडीआर) मरीज अपने चिकित्सक से सलाह लेकर टीका लगवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि फेफड़ों की टीबी की सहरूग्णता के साथ कोविड होने पर जटिलताएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में 18 वर्ष से अधिक उम्र के फेफड़ों के टीबी मरीज का टीकाकरण आवश्यक है।
*कोविड-19 व्यवहार का पालन कर लगवाएं टीका:*
डॉ० सिंह ने बताया कि कोई भी टीबी रोगी इस भ्रांति का शिकार न हो कि उसको टीका लगने से कोई बुरा असर पड़ेगा। मास्क लगा कर टीबी रोगी टीकाकरण सत्र स्थल तक पहुंच सकते हैं और दो गज की दूरी का पालन करते हुए टीका लगवाना है।
टीका लगवाने के बाद कुछ लोगों को हल्का बुखार और दर्द हो सकता है, जिससे बिल्कुल घबराना नहीं है। टीका लगवाने के बाद 30 मिनट तक टीकाकरण केंद्र पर ही ठहरना है। टीका केवल उन्हीं टीबी रोगियों को नहीं लगवाना चाहिए जिनको तेज बुखार है या फिर कोविड के लक्षण आ रहे हैं। टीकाकरण के बाद भी कोविड नियमों का सख्ती से पालन करना है।
*टीके की दोनों डोज लगवाना जरूरी:*
डॉ० सिंह ने बताया कि टीबी रोगियों को टीके की दोनों डोज लगवानी है। कोविड टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। टीके की दोनों डोज आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि टीबी मरीज टीकाकरण के अलावा अनावश्यक रूप से घर से न निकलें। उनके परिजन खासतौर पर सतर्कता बरतें और घर में टीबी रोगी से मास्क लगा कर ही मिलें।
हाथों को साबुन-पानी से बार-बार धुलते रहें या एल्कोहल बेस्ड सेनेटाइजर का प्रयोग करें। पौष्टिक खानपान पर जोर दें। दूध, अंडा, पनीर, सोयाबीन, हरी साग-सब्जियों और चिकित्सक के सुझाव के अनुसार भोज्य पदार्थों का सेवन करें। टीबी मरीजों को पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान 500 रुपये उनके खाते में प्रति माह दिये जाते हैं। इस धनराशि का उपयोग पौष्टिक भोजन में ही करना है।
*टीबी मरीज दें ध्यान:-*
•टीबी की दवा बंद न करें।
•मास्क, दो गज की दूरी और हाथों की स्वच्छता के लिए साबुन से हाथ धोते रहे।