वन्दना झा,
समस्तीपुर:- जिले के पटोरी अनुमंडल क्षेत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मोहिउद्दीननगर प्रखंड क्षेत्र और विद्यापतिनगर प्रखंड क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्य का निरीक्षण किया गया। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चल रहे बाढ़ राहत शिविर, स्वास्थ्य शिविर, पशु राहत शिविर और सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया।
*निरीक्षण स्थलों का क्रमवार नाम:*
बाढ़ राहत शिविर मोहिउद्दीननगर टाउन हॉल, बाढ़ राहत शिविर जीटीए कॉलेज मोहिउद्दीननगर, पशु राहत शिविर आईटीआई कॉलेज, सामुदायिक रसोई शेरपुर धेपुरा हाई स्कूल विद्यापतिनगर। बाढ़ राहत शिविर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया।
जहां कोविड-19 टेस्टिंग एवं टीकाकरण कार्य चल रहा था। मुख्यमंत्री ने शिविरों में चल रहे सामुदायिक रसोई को भी देखा और बाढ़ पीड़ितों से भोजन के गुणवत्ता के विषय में भी जानकारी लिया। राहत शिविरों में आवासित लोगों की जानकारी उनके कमरे के बाहर प्रदर्शित की गई है।
जिसमे उनके दोनो टीकाकरण डोज की जानकारी, कोविड-19 जांच की जानकारी अंकित है। वहीं राहत शिविरों में 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए बाल विकास परियोजना द्वारा विशेष शिक्षा शिविर आयोजित किया गया है एवं 6 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बच्चों के लिए शिक्षा विभाग द्वारा स्पेशल कक्षा का आयोजन किया गया है।
राहत शिविरों में बच्चों के भोजन पर विशेष ध्यान दिया गया है, सभी बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था की गई है। राहत शिविर में आवासित लोगों (महिला, पुरुष एवं बच्चों) को डिग्निटी किट उपलब्ध कराया गया है जिसमे उनके दैनिक स्तमाल की वस्तुओं को रखा गया है। राहत शिविरों में आवासन, भोजन एवं स्वच्छता के उत्तम प्रबंध हेतु रसोई समिति, स्वच्छता समिति का गठन किया गया है।
इस समिति में शिविर में रह रहे लोग ही सदस्य होते है। मुख्यमंत्री के भ्रमण के दौरान आयुक्त, दरभंगा प्रमंडल दरभंगा, आई जी, जिलाधिकारी समस्तीपुर, पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, सहित अन्य जिला एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने सरकार के खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का मानते हुए बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को लाभ देने की सरकार की प्राथमिकता को दुहराई। जिला प्रशासन द्वारा सभी बिंदुओं पर दंडाधिकारियों को विधि व्यवस्था संधारण हेतु प्रतिनियुक्ति किया गया था।