पूर्व में संक्रमण के बावजूद कोरोना वार्ड में की मरीजों की चिकित्सा, डीएमसीएच के शिशु विभाग के जूनियर चिकित्सक ने पेश की मिशाल।
रमेश शंकर झा
दरभंगा:- कोरोना संक्रमण के इस दौर में कई ऐसे कोरोना योद्धा सामने आए हैं, जो मानव सेवा को अपना धर्म मान कर कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते रहे. इस दौरान कई चिकित्सा कर्मी कोरोना संक्रमण संक्रमित भी हो गए, बावजूद ठीक होने के बाद लोगों की सेवा करते रहे. हालांकि इस दौरान उन्होंने सुरक्षा मानकों को बखूबी अपनाया. लिहाजा आज की स्थिति में कई कोरोना योद्धा विभिन्न अस्पताल एवं चिकित्सा संस्थानों में मरीजों की सेवा कर रहे हैं. उनका मानव सेवा रूपी समर्पण दूसरों के लिए नजीर पेश कर रहा है. डीएमसीएच के शिशु रोग विभाग के जूनियर चिकित्सक डॉ अंकुर अग्रवाल ऐसे ही एक कोरोना योद्धा हैं, जिन्होंने बेखौफ होकर हमेशा मरीजों की सेवा की. इस दौरान डॉ अंकुर पिछले मई माह में संक्रमित हो गए. उसके बाद डीएमसीएच के वरीय चिकित्सक व साथियों के सहयोग से 14 दिन के क्वॉरेंटाइन में बिताया. इस दौरान उन्हें कभी भी परिवार की कमी महसूस नहीं हुई. परिणाम भी सकारात्मक आया. 14 दिन के क्वारेंटाइन के बाद कोरोना जांच नेगेटिव आयी. बस अगले दिन फिर से डीएमसीएच में ड्यूटी आवंटित होने पर मरीजों की सेवा में लग गए. इस दौरान कई बार कोरोना वार्ड में ड्यूटी लगने पर मरीज़ों की चिकित्सा से पीछे नहीं हटे.
मानव सेवा के लिए ही बने है चिकित्सक
डॉ अंकुर स्थायी रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ निवासी हैं. पिछले मई माह में डीएमसीएच के कोरोना वार्ड में डॉ अंकुर अग्रवाल की ड्यूटी लगाई गई. पहली बार ड्यूटी को लेकर डर सा लगा. डॉ अंकुर ने इसकी चर्चा अपने पिता से की. बातचीत के दौरान डॉ अंकुर के पिता ने अपने पुत्र को डॉक्टर के कर्तव्य का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि डॉक्टर की जिंदगी मानव सेवा के लिए बनी है. अगर कोरोना वार्ड में ड्यूटी लगी है तो सुरक्षित रह कर ड्यूटी अवश्य करें. इससे पीछे नहीं हटे. पिता की बात से डॉक्टर अंकुर का मनोबल बड़ा. और वह पीपीई किट, मास्क व ग्लब्स पहनकर कोरोना मरीज की चिकित्सा में जुट गए.
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मरीज़ों को देते जानकारी
शिशु रोग विभाग के जूनियर चिकित्सक डॉ अंकुर ने बताया कि कोरोना वार्ड या अन्य जगह वह लगातार मरीजों एवं लोगों को कोरोना के बारे में जानकारी देते हैं. इससे बचाव के लिए लोगों को अपने अनुभवों के बारे में बताते हैं. डॉ अंकुर उन्हें बताते हैं कि कोरोना का अभी तक कोई उपचार नहीं निकला है. इसलिए हमें इससे बचाव के लिए एहतियाती कदम उठाना होगा. इसके लिए हम लोगों को हमेशा मास्क पहनना चाहिए. भीड़भाड़ से बचे. एक दूसरे के बीच 2 गज दूरी रखें एवं जो व्यक्ति बाहर निकलते हैं. वह घर आने पर हाथ को सैनिटाइजर या साबुन से साफ कर लें. इस प्रकार हम खुद व अन्य लोगों की कोरोना से बचाव कर सकते हैं.
कोरोना से बचाव के लिए उठायें यें कदम
हमेशा मास्क का इस्तेमाल करें
अनावश्यक रुप से बाहर जाने से करें परहेज
बाहर भीड़ भाड़ से बचें
सोशल डिस्टनसिंग का अनुपालन ज़रूरी
घर वापस आने पर हाथ को साबुन या सैनिटाइजर से साफ करना आवश्यक