वंदना झा
पटना:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचन्द्र डू ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों के साथ-साथ अद्यतन स्थिति पर मीडियाकर्मियों के साथ संवाद कर जानकारी दी।सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री के स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और वरीय अधिकारियों के साथ आज भी बाहर से राज्य में आने वाले लोगों की व्यवस्थाओं के संबंध में भी विस्तृत समीक्षा की तथा समुचित व्यवस्था हेतु आवश्यक निर्देश दिये हैं। अनुपम कुमार ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग के परिवहन नोडल पदाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार आज बिहार आने वाली 10 ट्रेन के शिड्यूल की सूचना है। उन्होंने कहा कि आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग कराकर संबंधित जिला मुख्यालय भेजा जायेगा, जहाॅ से उन्हें प्रखण्ड क्वारंटाइन सेंटर पर क्वारंटाइन में रखा जायेगा।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि प्रखण्ड क्वारंटाइन सेंटर पर और पंचायत स्तरीय स्कूल क्वारंटाइन में भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय सुविधा की समुचित व्यवस्था रखी जाय, जिसकी सतत् निगरानी भी होते रहे। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिये कई कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत केन्द्रों की संख्या 201 हो गयी है। जिन पर 60 हजार लोग लाभान्वित हो रहे हैं। अब स्कूल (पंचायत) स्तर पर 1,353 क्वारंटाइन केन्द्र कार्यरत हैं, जिसमें 13,600 से ज्यादा लोग रह रहे हैं। इन सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय जाॅच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार के लोग जो बाहर फॅसे हुये हैं, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे हैं। प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारों तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समस्या का समाधान किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 55 हजार काॅल/मैसेज प्राप्त हुये हैं जिनमें बिहार के बाहर के छात्र-छात्राओं के भी काॅल/मैसेज शामिल हैं।
इनमें 16 लाख 18 हजार लोग सम्मिलित हैं। उनसे फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में फॅसे हुये हैं, उन्हें प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की राशि मुख्यमंत्री विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से दी जा रही है। अब तक राज्य के बाहर रह रहे बिहार के लोगों के जितने आवेदन आये हैं, उनमे से वैध पाये गये 18 लाख 78 हजार आवेदकों के खाते में राशि अंतरित की गयी है। शेष आवेदनों की जाॅच के उपरांत शीघ्र ही संबंधित लोगों के खाते में राशि अंतरित कर दी जायेगी।सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार फाउण्डेशन के माध्यम से देश के 9 राज्यों के 12 शहरों में 55 राहत केन्द्र भी चलाये जा रहे हैं, जहाॅ पर लोगों को भोजन तथा राशन सामग्री भी दी जा रही है।
अब तक 15 लाख 6 हजार लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार लोगों की हरसंभव मदद कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9 पाॅजिटिव मामले आये हैं और अब कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 485 हो गयी है। आज 12 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। आज ठीक होने वालों में बक्सर के 4, पटना के 3, मुॅगेर के 1, नालंदा के 1, रोहतास के 1, नवादा के 1 और भागलपुर के 1 व्यक्ति शामिल हैं। अब तक कुल 119 लोग स्वस्थ हुये हैं। राज्य में अब तक जितने कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाये गये हैं, उनमें ठीक होने वाले 25 प्रतिशत हैं।
अब तक कोरोना संक्रमित 4 लोगों की मौत हुयी है। कोरोना संक्रमण से प्रभावित 30 जिलों में सीवान के 30, बेगूसराय के 11, मुॅगेर के 95, पटना के 44, गया के 6, गोपालगंज के 18, नवादा के 4, नालंदा के 36, सारण के 7, लखीसराय के 4, भागलपुर के 5, वैशाली के 3, बक्सर के 55, भोजपुर के 18, रोहतास के 52, पूर्वी चम्पारण के 5, पश्चिम चम्पारण के 5, बाॅका के 3, कैमूर के 28, औरंगाबाद के 8, मधेपुरा के 2, अरवल के 4, जहानाबाद के 4, मधुबनी के 18, पूर्णिया के 1, दरभंगा के 5, शेखपुरा के 1, अररिया के 2, सीतामढ़ी के 6 एवं कटिहार के 5 मामले हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकार अब तक कुल 26,951 सैंपल्स की जाॅच की जा चुकी है। जितने जाॅच किये गये हैं, उसमें अब तक 1.8 प्रतिशत कोरोना पाॅजिटिव पाये गये हैं। कोरोना की जाॅच के लिये छह लैब काम कर रही है और इससे जाॅच में तेजी आयी है।
सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य के तीन अस्पतालों- एन०एम०सी०एच० पटना, ए०एन०एम०सी०एच० गया, भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। विभिन्न जिलों में कोविड केयर सेंटर में भी आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ायी गयी है। सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों में 305 क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किये गये हैं, जिसमें होटल सहित अन्य स्थल भी शामिल हैं। क्वारंटाइन केन्द्रों में 7,688 कमरे चिन्हित किये गये हैं। अब तक क्वारंटाइन केन्द्रों में आवासित लोगों की संख्या 2,343 है। पंचायत स्तर पर विद्यालयों में बनाये गये क्वारंटाइन सेंटर में चिकित्सकीय दल नियुक्त हैं और उनकी जाॅच की जा रही है। आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की संख्या 362 है। कोरोना प्रभावित जिलों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग करायी जा रही है। अब तक निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कुल 1 करोड़ 5 लाख 80 हजार घरों का सर्वेक्षण कराया जा चुका है, जिससे 5 करोड़ 76 लाख लोग जुड़े हैं, उनमें से 3,420 लोगों में सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाये गये हैं लेकिन यह आवश्यक नहीं कि वे कोरोना संक्रमित हों। इन पर प्रोटोकाॅल के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है। सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि जो भी बाहर से आये हैं उनकी सतत निगरानी की जा रही है, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है और हेल्थ रिपोर्ट भी ली जा रही है।
उन्होंने कहा कि जो भी बाहर से आते हैं और जिनमें कोरोना संक्रमण के कुछ भी लक्षण दिखते हैं, वे सीधे अस्पताल जाकर जाॅच करायें। इससे उनके परिवार को और उनके आसपास के लोगों का।बचाव होगा। लोग अपनी ट्रेवल हिस्ट्री न छिपायें। सभी लोग मास्क का प्रयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि लाॅकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है।अब तक कुल 1,782 एफ०आई०आर० दर्ज की गयी है और 1,782 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 55,293 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 12 करोड़ 40 लाख रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 24 एफ०आई०आर० दर्ज की गयी हैं और 40 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी हैं। 1,349 वाहन जब्त किये गये हैं और 29 लाख 4 हजार रूपये जुर्माना वसूला गया है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और लाॅकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।