वंदना झा,
मधुबनी:- जिले में शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में शिशुओं में होने वाले बुखार एवं दाने से संबंधित संदिग्ध खसरा-रूबैला रोग आधारित संशोधित सर्विस को लेकर 29 जुलाई को राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी। भारत सरकार खसरा रोग के उन्मूलन एवं रुबैला रोग पर नियंत्रण के लिए प्रतिबद्ध है। इस आलोक में खसरा सबैला उन्मूलन रणनीति के तहत देश में पूर्व से प्रचलित खसरा-रूबैला के आउट ब्रेक के बदले केस आधारित सर्विलांस किया जा रहा है। बुखार एवं दाने के लक्षण परिलक्षित होने पर खसरा का सर्विलेंस किया जाना है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
*नियमित टीकाकरण से खसरा रोग के मामलों में आयी है कमी:-*
जारी पत्र में कहा गया है कि नियमित टीकाकरण के आच्छादन एवं टीकाकरण के पूरक अभियानों (यथा खसरा- रूबैला अभियान) के सुदृढीकरण के फलस्वरूप खसरा रोग के मामलों में कमी आई है। इसे देखते हुए इंडियन एक्सपर्ट एडवाइजरी ग्रुप्स ऑन मिजिल्स रूबेला की अनुशंसा के आलोक में कुछ राज्यों में बुखार एवं दाने के आधार पर खसरा रूबेला का सविलेंस प्रारम्भ किया गया। जिसके अन्तर्गत पूर्व से प्रचलित (3C) ३सी अर्थात खांसी, जुकाम और नेत्रश्लेष्मलाशोथ के आधार पर किये जा रहे सर्विलांस के स्थान पर बुखार एवं दाने के लक्षण परिलक्षित होने पर खसरा रूबैला का संदिग्ध मामला मानते हुये सर्विलेंस किया गया। जिससे खसरा रूबैला के सविलेंस में काफी महत्वपूर्ण परिणाम परिलक्षित हुए। खसरा उन्मूलन के प्रत्येक चरण में खसरा के सर्विलेंस मानकों को संशोधित किया जा रहा है।
*खसरा रोग के मानक में किया गया है संसोधन:-*
बुखार एवं दाने के लक्षण परिलक्षित होने पर खसरा रोग के सर्विस के लिए इसके मानक में किये गये संशोधन पर सभी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला सर्विलेंस पदाधिकारी (आई.डी.एस.पी.), जिला स्तरीय नोडल चिकित्सा पदाधिकारी (प्रतिरक्षण), जिला डाटा प्रबंधक आई.डी.एस.पी. का 29 जुलाई को 11:00 बजे पूर्वाहन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। वीडियो कॉन्फ्रेंस संबंधित लिंक बाद में उपलब्ध करा दिया जायेगा।
*कार्यशाला में जिला व प्रखंड स्तर के पदाधिकारी होंगे शामिल:-*
कार्यशाला में भाग लेने के लिए अपने जिला के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला सर्विलांस पदाधिकारी (आई.डी.एस.पी.), सर्विलांस कार्य में जिला स्तर से संबद्ध चिकित्सा पदाधिकारी, जिला डाटा प्रबंधक आई.डी.एस.पी. को ससमय भाग लेने के लिए निर्देशित किया गया। राज्य स्तरीय कार्यशाला के पश्चात् इन पदाधिकारियों द्वारा जिला स्तर पर प्रखण्ड स्तर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सर्विलेंस कार्य से संबद्ध चिकित्सा पदाधिकारी, संबद्ध स्वास्थ्य कर्मी को प्रशिक्षित किया जायेगा। इस प्रशिक्षण को डब्ल्यूएचओ के तकनीकी सहयोग से कराया जायेगा।