रमेश शंकर झा
मधुबनी:- अब सुदूर देहात के गांव के अगल-बगल के मरीजों को प्रखंड के पीएचसी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पूर्व में जो व्यवस्था पीएचसी रहिका को थी उसी तर्ज पर पीएससी परिसर में ही मरीजों को सभी व्यवस्था सामुदायिक केंद्र में दी जाएगी । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण प्रधान मंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत 3.5 करोड़ के लागत से होगा । इस के लिए बीएमएसआईसीएल से स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है। यह जानकारी सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार झा ने दी। उन्होंने बताया कि इस अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के बन जाने के बाद केंद्र पर डॉक्टर, कंपाउंडर और एएनएम की तैनाती की जायेगी। साथ ही इस केंद्र पर प्रसव कार्य भी शुरू किया जायेगा । करोड़ों की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन का निर्माण होगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रहिका प्रखंड को यह सुविधा देकर एक बड़ी सौगात दी गई है। भवन निर्माण की शुरुआत करने की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है । उन्होंने बताया कि निर्माण होनेवाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी।
अस्पताल में 30 बेड की होगी व्यवस्था:
इस भवन में अस्पताल 30 बेड वाला होगा। सीएचसी में मरीजों के रहने एवं उनके इलाज की सुविधा होगी। साथ ही क्षमतानुसार डॉक्टरों की संख्या भी रहेगी। सिविल सर्जन ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य जल्द शुरू कर लिया जायेगा।
करोड़ों की लागत से बनेगा सामुदायिक स्वास्थ्य भवन:
प्रखंड के पीएचसी परिसर में करोड़ों की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन का निर्माण होगा। इसके लिए भवन विभाग निर्माण द्वारा पीएचसी परिसर में पुराने जर्जर भवन को तोड़कर उसी जमीन परिसर में बनाया जाएगा । निर्माण होनेवाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जिला स्तर की सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। इस भवन में 30 बेड होगी । साथ ही क्षमतानुसार डॉक्टरों की संख्या भी रहेगी।
वर्तमान में जिले में 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है:
जिले के रहिका में बनने वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जिले का 11 वां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होगा इससे पूर्व जिले में हरलाखी, राजनगर, खजौली, लदनिया, बासोपट्टी, खुटौना, मधवापुर, बिस्फी, बाबुबरही व लौकही में सीएचसी बनाया गया है।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन :
• एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें
• सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें
• अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं
• आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें
• छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।