रमेश शंकर झा/राजकुमार राय,
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- जिले के कल्याणपुर थाना पुलिस का आचरण संदिग्ध व अपराधिक प्रवृत्ति का ही नहीं बल्कि अपराधकर्मी का संरक्षण और थाना क्षेत्र में अपराधी का शरणस्थलीय बना हुआ है।
वहीँ कल्याणपुर थाना क्षेत्र में शूटर, अपहरणकर्ता और शराब माफिया का सुरक्षित जोन बना हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस चालक के अलावा थाना अध्यक्ष ने अपराधकर्मी एवं शराब माफियाओं का साथ देने और अपराधकर्मी से अपराध के बदले अवैध माहवारी वसूली करने के लिए है।
वहीँ पुलिस वाहन चालक के रूप में पांच से सात प्राइवेट आदमी को रखकर नाजायज रूप से रोज थाना क्षेत्र में अपराध को अंजाम देने के लिए रखे गए हैं। कोई ऐसा दिन नहीं है, कि थाना क्षेत्र में ट्रकों से शराब नहीं आता हो और होम डिलीवरी नहीं होता हो।
वहीँ संपूर्ण थाना क्षेत्र में शराब विक्रेताओं ने एक नया तरीका अपनाया है, स्कूली बच्चों के बैग में रखकर बच्चों के माध्यम से शराब की बिक्री कराई जाती है। इस काम में कुछ सत्ताधारी नेताओं को महावारी भी दिए जाने के क्षेत्र में चर्चा है।
बिहार के पुलिस महानिदेशक के आदेशों को भी धज्जियां उड़ाए जाने की चर्चा है। वर्तमान थाना अध्यक्ष का संबंध एवं जिले के अपराध जगत के शूटर का भी संबंध होने की बात पूर्व पुलिस अधीक्षक ने भी की थी। पुलिस अधीक्षक जब तक कार्रवाई की बात करते हैं उनका बदली होने के कारण कल्याणपुर थाना अध्यक्ष बच जाते हैं।
वहीँ चर्चा यह भी है कि राजद नेता एवं पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष रघुवर राय की हत्या में इनका संदिग्ध आचरण रहा है। समस्तीपुर जिला को अपराध मुक्त करने के लिए कल्याणपुर थानाध्यक्ष पर निगरानी तथा कार्रवाई की आवश्यकता है।