प्रमण्डलीय आयुक्त अपने प्रमण्डल के जिलों के बीच और आवष्यकतानुसार दूसरे प्रमण्डलों के साथ समन्वय सुनिष्चित करें
सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में प्रचारित कर इस संबंध में लोगों को जागरुक और प्रेरित करें।
सीमा पर गाड़ियों की सघन जांच करायी जाए।
रमेश शंकर झा
पटना:-एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों के संबंध में सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों एवं पुलिस उप महानिरीक्षकों के साथ गहन समीक्षा की। सभी प्रमंडलों के आयुक्तों, रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों एवं पुलिस उप महानिरीक्षकों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से लॉकडाउन का पूर्ण पालन, अंतर्राज्यीय बॉर्डर पर सख्ती से चेकिंग, इंडो-नेपाल बॉर्डरों को सील करना, बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना, क्वारेंटाइन में रह रहे लोगों की निगरानी से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सभी लोग मिल-जुलकर काम कर रहे हैं। सभी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। प्रमण्डलीय आयुक्त अपने प्रमण्डल के जिलों के साथ समन्वय सुनिश्चित करें। सभी अपनी-अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे तो हमें जरुर सफलता मिलेगी। लाॅकडाउन के दौरान सभी प्रकार की व्यवस्था ठीक रहे। इसका सघन अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाय। हम सबका दायित्व है कि पीड़ितों की पीड़ा को दूर करें। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। लोगों को सजग रखना है, जागरुक रखना है। सोशल डिस्टेंशिंग के बारे में माइक के माध्यम से प्रचारित कर इस संबंध में लोगों को जागरुक और प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सीमा पर गाड़ियों की सघन जांच करायी जाए। जो लोग भी राज्य में बाहर से आते हैं उनकी सघन स्क्रिनिंग करायी जाए ताकि कोई संदिग्ध न छूटे। उन्होंने कहा कि जिन्हें भी संक्रमण की थोड़ी आशंका हो वो जांच केंद्र पर जाकर जांच कराएं इससे उनके परिवार और आस पास के लोग सुरक्षित रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ए०ई०एस० और जापानी इंसेफ्लाइटिस से निपटने के लिये पर्याप्त तैयारी रखें। पेडियोट्रिक इनटेंसिव केयर यूनिट (पीकू) अस्पताल को अविलम्ब पूर्ण कर इलाज के लिये तैयार किया जाय। ए०ई०एस० से बचाव के संबंध में प्रचार-प्रसार एवं लोगों के बीच जन जागरूकता अभियान चलाते रहें।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये किये जा रहे कार्यों के साथ -साथ ए०ई०एस० से बचाव हेतु समानांतर व्यवस्था रखी जाय। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये जे०ई० के पूर्ण टीकाकरण का कार्य आरंभ होना चाहिये और इस कार्य में लगाये जाने वाले मेडिकल स्टाफ की भी सुरक्षा का ध्यान रखा जाना चाहिये। बर्ड फ्लू और स्वाईन फीवर के संबंध में भी सतर्कता बनाए रखें।मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का सृजन किया जाना चाहिये। हर घर नल का जल, घर तक पक्की गली-नालियां जल-जीवन-हरियाली के अन्तर्गत तालाबों का जीर्णोद्धार एवं उड़ाही, बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य एवं मनरेगा से संबंधित कार्यों को कुछ प्रतिबंधों के साथ शुरू करने की योजना पर विचार किया गया। रोजगार के इच्छुक व्यक्ति को जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी द्वारा पास निर्गत किया जायेगा। कार्य करने के इच्छुक व्यक्तियों को अपने ग्राम पंचायत में ही काम दिया जायेगा। 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, कोरोना के लक्षण वाले व्यक्ति एवं ऐसा परिवार जिसका कोई सदस्य विगत 15 दिनों के भीतर राज्य के बाहर से आया हो, उन्हें पास निर्गत किये जाने पर प्रतिबंध रहे। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जायेगा। बैठक में यह निर्णय लिया गया सभी प्रावधानों को शामिल कर औपचारिक आदेश अलग से निर्गत किया जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल कटनी का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे, यह सुनिश्चित किया जाय। कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाय। उन्होंने कहा कि बैंक में भी जो लोग पैसे की निकासी के लिए जा रहे हैं वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिष्चित कराया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि कोरोना संक्रमण से निपटने में हम सबको जरुर सफलता मिलेगी। समाज में एकता-भाईचारा और सद्भावना के साथ एक दूसरे का सहयोग कर इस महामारी से निपटने में हमसब कामयाब होंगे।
बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, ए0डी0जी0 मुख्यालय जितेंद्र प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे। साथ ही सभी प्रमंडलों के आयुक्त, रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुये थे।