वंदना झा,
मधुबनी:- जिले के प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में एक ए०पी०एच०सी० एवं 05 05 एचएससी (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) का निर्माण होगा। जारी पत्र में बताया गया है कि जिस भवन की स्थिति जर्जर है वहां निर्माण होगा। इस संबंध में जिला पदाधिकारी अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है। इस पत्र के अनुसार सरकार प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, एवं पाँच उप स्वास्थ्य केन्द्र के लिए चाहरदीवारी के साथ भवन निर्माण कराना चाहती है। ताकि स्वास्थ्य व्यवस्था को उन्नत एवं बेहतर किया जा सके।
*क्या है हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर:-*
स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण स्तर पर ब्लड शुगर बीपी,एचआईवी, टीवी, कोलेस्ट्रॉल इत्यादि 30 से ज्यादा प्रकार की जांच सुविधाएं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर होती है। इसके अलावा संबंधित बीमारियों के लिए सभी प्रकार की दवाइयां भी दी जाती हैं। उन दवाओं का किस प्रकार उपयोग किया जाए इसका भी परामर्श अस्पताल में आने वाले सभी लोगों को दिया जाता है। पहले प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था। अब उसी केंद्र को ‘हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर’ के तौर पर विकसित किया गया है। इस सेंटर पर
कम्युनिकेबल और नॉन कम्युनिकेबल दोनों तरह की बीमारियों का इलाज होता है। इस महत्वाकांक्षी योजना का 60 प्रतिशत खर्च केंद्र और 40 प्रतिशत खर्च राज्य सरकार वहन करती है।
*हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने का उद्देश्य:-*
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने का मुख्य उद्देश जनमानस को सौहार्दपूर्ण वातावरण में विश्वसनीय गुणवत्तापूर्ण एवं विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराना है। केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गरीब कमजोर एवं मध्यम वर्ग के लोगों को सभी तरह की स्वास्थ्य उपलब्ध कराई जाती है। ग्रामीणों को समय रहते हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ब्लड प्रेशर, डायबिटीज व कैंसर, मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाता है। गंभीर बीमारियों का लक्षण पता चलने के बाद मरीज को जिला अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है।
*इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर:-*
मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
विटामिन-सी युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करें।
अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलें और भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।